नई दिल्ली। क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर आज अपना 45वां जन्मदिन मना रहे हैं। उनका जन्म 24 अप्रैल 1973 को मुंबई के राजापुर के मराठी ब्राह्मण परिवार में हुआ था।
सचिन का नाम उनके पिता रमेश तेंदुलकर ने अपने चहेते संगीतकार सचिन देव बर्मन के नाम पर रखा था। सचिन के एक भाई नितिन तेंदुलकर और एक बहन सविताई तेंदुलकर भी हैं।
सचिन तेंदुलकर का विवाह साल 1995 में अंजलि तेंदुलकर से हुआ। सचिन
सचिन ने शारदाश्रम विद्यामन्दिर में अपनी शिक्षा ग्रहण की। वहीं पर उन्होंने प्रशिक्षक (कोच) रमाकान्त अचरेकर के सान्निध्य में अपने क्रिकेट जीवन का आगाज किया।
सचिन तेंदुलकर एक तेज गेंदबाज बनना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने एम.आर.एफ. पेस फाउण्डेशन के अभ्यास कार्यक्रम में शिरकत की पर वहाँ तेज गेंदबाजी के कोच डेनिस लिली ने उन्हें बल्लेबाज बनने की सलाह दी।
सचिन साल 1987 के वर्ल्ड कप के दौरान भारत और जिंबाब्वे के बीच मैच में वानखेड़े स्टेडियम में बॉल ब्वॉय थे। उस समय उनकी उम्र 14 साल थी।
सचिन ने साल 1988 में बारबोर्न स्टेडियम में एक प्रेक्टिस मैच में भारत के खिलाफ पाकिस्तान की तरफ से फील्डिंग की थी। इस मैच में पाकिस्तान के पास एक खिलाड़ी की कमी थी जिसके चलते उनको सबस्टीट्यूट खिलाड़ी फील्डिंग के लिए उतरना पड़ा था।
गुरु रमाकांत आचरेकर नेट सेशन के बाद सचिन को एक सिक्का देते थे। सचिन के पास ऐसे 13 सिक्के हैं। क्रिकेट के शुरुआती दिनों में तेंदुलकर अपनी किट के साथ सोया करते थे।
सचिन को साल 2014 में देश का सबसे बड़ा सम्मान भारत रत्न से नवाजा गया। पहली बार किसी खिलाड़ी को इतनी कम उम्र में इतने बड़े सम्मान से सम्मानित किया गया।



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